Bewafa shayari - बेवफा शायरी
तुमसा बेवफा नहीं देखा। जो अपनों पर वार करते है वो दुसरो की परवाह नहीं करते, तुमने अपनो को नहीं छोड़ा तो मुझे क्या छोडूंगी। मेरा भी दिल तोडा और गारो का भी दिल तोडा। हुसैन पे इतना गुरूर मत कर ,एक दिन मिट्टीमे मिल जाना है. खुदा से दर उसके पर हुस्न वाले भी लाइन में ही खड़े होते है।
मुझे तुम्हारी बेवफाई ने मारा। होती अगर खुदाई तो मुझे गम न था , पर तू बेवफा हो गई खुदाई से पहले। मांगता खुदा से तुजे सातो जनम पर अब नहीं चाहिए तू , क्यों की बेवफा है तू।
तू बेवफा है , मेरे अलावा सब जानते है। पर मेरा दिल मनाता नहीं तू बेवफा है। जी दिन तुजे दिल ने बेवफा मन लिया उस दिन तेरा भी आखरी दिन होगा और मेरा भी आखरी दिन होगा। प्यार करने वाले कभी बेवफा नहीं होते, पर लाखो में कोई एक बेवफा
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